14 जुलाई 2021 डेली करेंट अफेयर्स
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य यशपाल शर्मा का निधन
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य यशपाल शर्मा का 13 जुलाई को 66 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और 1983 में विश्वकप जीतने वाले क्रिकेट टीम के सदस्य श्री यशपाल शर्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, "श्री यशपालशर्मा जी 1983 की प्रसिद्ध टीम सहित भारतीय क्रिकेट टीम के बहुत लोकप्रिय खिलाड़ी थे। वे टीम के साथियों, प्रशंसकों के साथ-साथ नवोदित क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत रहे । मैं उनके निधन से बहुत दुखी हूं। उनके परिवारजनों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति । "
• यशपाल शर्मा को 1983 विश्व कप सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई उस अर्धशतकीय पारी के लिए याद किया जाता है, जिसने करोड़ों लोगों की जुबां पर इंडिया इंडिया का नारा लगवाया था।
• यशपाल ने माइकल होल्डिंग, जोएल गार्नर, एंडी रॉबर्ट्स, मैलकम मार्शल की गेंदों को बार-बार बाउंड्री लाइन के पार भेजकर भारतीय टीम को हौसला दिया कि वह न सिर्फ वेस्टइंडीज को हरा सकती है, बल्कि विश्व चैंपियन भी बन सकती हैं।
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARAD) का 40वें स्थापना दिवस
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 12 जुलाई को राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARAD) के 40वें स्थापना दिवस पर एक वेबिनार को संबोधित किया।
श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि छोटे व मझौले किसानों की प्रगति सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। ऐसे हमारे ग्यारह करोड़ से अधिक किसानों को ऐतिहासिक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत अभी तक 1.35 लाख करोड़ रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खातों में पहुंचाई जा चुकी है।
श्री तोमर ने कहा कि भारतीय कृषि क्षेत्र में छोटे व सीमांत किसानों को समय पर ऋण उपलब्ध कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए कोरोना महामारी के दौरान भी सरकार ने पीएम-किसान लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने के लिए मिशन मोड में सफलतापूर्वक अभियान चलाया।
श्री तोमर ने कहा कि सरकार ने कृषि विपणन में भी सुधार किया है। एकीकृत राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) मंडियां एक हजार हैं, चालू साल में और एक हजार मंडियों को इस पोर्टल से जोड़ा जाएगा।
'ऑपरेशन ग्रीन्स' स्कीम और 'किसान रेल' की शुरूआत भी इस दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
फल-सब्जियों को खेतों से उपभोक्ता-शहरों तक पहुंचाकर नुकसान में कमी लाई जा रही है ।
10 हजार नए किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाने की शुरूआत भी हो चुकी है, जो सामूहिकता के मॉडल पर काम करेंगे।
एपीडा ने नेफेड के
साथ मसौदा पत्र पर हस्ताक्षर किए
मसौदा पत्र में प्रौद्योगिकी, कौशल, गुणवत्ता वाले उत्पादों और बाजार में उनकी पहुंच जैसे कदमों पर जोर देने की भी बात कही गई है। जिससे कि सहकारी समितियों द्वारा टिकाऊ निर्यात और उसमें बढ़ोतरी सुनिश्चित करने का परिकल्पना की गई है।
एपीडा (APEDA), वाणिज्य मंत्रालय और नेफेड के तहत काम करता है। जो कि बहु राज्य सहकारी समिति अधिनियम के तहत पंजीकृत है। एपीडा इसके अलावा कृषि उत्पादन में सुधार के लिए कृषि उत्पादों की गुणवत्ता और किसानों को कृषि उत्पादों की बेहतर कीमत दिलाने के लिए भी काम करता है।
एपीडा और नेफेड भारत और विदेश में आयोजित होने वाले बी-टू-बी और बी-टू-सी मेले में किसान सहकारी समितियों में वैश्विक भागीदारी कराने में भी सहयोग करेंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय कारोबार के विकास और प्रोत्साहन में भी मिलकर सहयोग करेंगे।
जम्मू-कश्मीर में लैवेंडर की खेती
सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी. मांडे ने श्रीनगर में सीएसआईआर-भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान (सीएसआईआर-आईआईआईएम) की ब्रांच लैब और पुलवामा में संस्थान के फील्ड स्टेशन का दौरा किया और लैवेंडर की खेती से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों और उद्यमियों के साथ बातचीत किया।
डॉ. शेखर मांडे ने इस बात पर संतोष जताया कि लैवेंडर की खेती अपनाने से उनकी आय और रोजगार में पर्याप्त बढ़ोतरी हुई है
सीएसआईआर-आईआईआईएम, उच्च उत्पादकता और गुणवत्ता सूची प्राप्त करने के लिए लैवेंडर की खेती और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों पर पिछले 35 से ज्यादा वर्षों से शोध एवं विकास (आरएनडी) कार्य कर रहा है।
सीएसआईआर-आईआईआईएम की ओर से अधिक तेल उत्पादन करने वाली एक किस्म, जिसे आरआरएल-12 (RRL-12) के रूप में जाना जाता है, विकसित की गई थी ।
फसल की बड़े पैमाने पर खेती के लिए संस्थान बहुत सी राज्य और केंद्र प्रायोजित मिशन आधारित परियोजनाएं जैसे सीएसआईआर अरोमा मिशन को संचालित कर रहा है।
लैवेंडर की खेती करने वाले किसान पारंपरिक फसलों की तुलना में 5-6 गुना ज्यादा आय (4.00-5.00 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर) प्राप्त करते हैं।
एनटीपीसी कच्छ के रण में भारत का सबसे बड़ा सोलर पार्क स्थापित करेगा
एनटीपीसी की 100 फीसदी सहायक कंपनी, एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड को गुजरात के खवाड़ा में कच्छ के रण में 4,750 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा पार्क स्थापित करने के लिए नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) से मंजूरी मिल गई है।
यह भारत का सबसे बड़ा सोलर पार्क होगा, जिसका निर्माण देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी करेगी।
एनटीपीसी आरईएल की इस पार्क से व्यावसायिक स्तर पर हरित हाइड्रोजन उत्पन्न करने की योजना है।
अपने हरित ऊर्जा पोर्टफोलियो संवर्द्धन के एक हिस्से के रूप में, एनटीपीसी लिमिटेड का लक्ष्य 2032 तक 60 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का निर्माण करना है।
हाल ही में, एनटीपीसी ने आंध्र प्रदेश के सिम्हाद्री ताप विद्युत संयंत्र के जलाशय पर भारत का सबसे बड़ा 10 मेगावाट (एसी) का फ्लोटिंग सोलर भी चालू किया है। वहीं इसके अतिरिक्त 15 मेगावॉट (एसी) अगस्त, 2021 तक चालू किया गया ।
लोअर अरुण जल विद्युत परियोजना
भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम सतलुज जल विद्युत नि (एसजेवीएन) और नेपाल के निवेश बोर्ड (आईबीएन) के बीच नेपाल में 679 मेगावाट की लोअर अरुण जल विद्युत परियोजना को पूरा करने के लिये काठमांडू नेपाल एक समझौता ज्ञापन में (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गये हैं।
लोअर अरुण जल विद्युत परियोजना नेपाल के संखुवासभा और भोजपुर जिलों में स्थित है। इस परियोजना में कोई जलाशय या बांध नहीं होगा और यह 900 मेगावाट अरुण-3 एचईपी की टेल रेस पर विकसित होगी।
भूटान में भीम-यूपीआई (BHIM-UPI) का शुभारंभ
केन्द्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण भूटान के अपने समकक्ष वित्त ने मंत्री श्री ल्यिन्पो नामगे शेरिंग के साथ संयुक्त रूप से 13 जुलाई को भूटान में भीम यूपीआई (BHIM UPI) का शुभारंभ किया।
वित्त मंत्री ने कहा कि भीम यूपीआई भारत की प्रगति के सबसे उज्ज्वल पड़ावों में से एक है। और कोविड 19 महामारी के काल में डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
भूटान में भीम यूपीआई की शुरूआत के साथ दोनों देशों की भुगतान संबंधी अवसंरचना सुचारू रूप से आपस में जुड़ गई हैं और इससे हर साल भूटान की यात्रा करने वाले बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को लाभ होगा। यह कदम एक बटन के स्पर्श से कैशलेस लेनदेन के जरिए जीवन यापन और यात्रा को और अधिक आसान बनायेगा ।
वित्त मंत्री ने कहा कि भीम यूपीआई भारत - की प्रगति के सबसे उज्ज्वल पड़ावों में से एक है। और कोविड 19 महामारी के काल में डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
भूटान में भीम
यूपीआई की शुरूआत के साथ दोनों देशों की भुगतान संबंधी अवसंरचना सुचारू रूप से आपस
में जुड़ गई हैं और इससे हर साल भूटान की यात्रा करने वाले बड़ी संख्या में भारतीय
पर्यटकों और
व्यापारियों को लाभ होगा। यह कदम एक बटन के स्पर्श से कैशलेस लेनदेन के जरिए जीवन यापन और यात्रा को और अधिक आसान बनायेगा।
भूटान अपने क्यूआर के उपयोग के लिए यूपीआई मानकों को अपनाने वाला पहला देश है और भीम ऐप के माध्यम से मोबाइल आधारित भुगतान को स्वीकार करने वाला हमारा पहला निकट पड़ोसी देश है।
देश की पहली हरित हाइड्रोजन परिवहन परियोजना
एनटीपीसी की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी आरईएल ने लद्दाख क्षेत्र में देश की पहली हरित हाइड्रोजन परिवहन परियोजना (country's first green Hydrogen Mobility project) स्थापित करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन एनटीपीसी को अक्षय स्रोतों और हरित हाइड्रोजन के आधार पर लद्दाख को कार्बन मुक्त अर्थव्यवस्था विकसित करने में मदद करेगा।
एनटीपीसी ने इस क्षेत्र में शुरुआत करने के लिए हाइड्रोजन से चलने वाली 5 बसें चलाने की योजना बनाई है। कंपनी लेह में एक सौर संयंत्र और एक हरित हाइड्रोजन उत्पादन इकाई भी स्थापित करेगी ।
इससे लेह हरित हाइड्रोजन आधारित परिवहन परियोजना को लागू करने वाला देश का पहला शहर बन जाएगा। यह सही मायने में शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला परिवहन होगा।
एनटीपीसी ने हाल ही में 2032 तक 60 गीगा वॉट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के अपने लक्ष्य को संशोधित किया है, जो पिछले लक्ष्य को लगभग दोगुना कर देता है । हाल ही में, एनटीपीसी ने विशाखापत्तनम में भारत की 10 मेगा वॉट की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सौर परियोजना शुरू की है।
नारकोटिक्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के अनुसंधान और विश्लेषण के लिए उत्कृष्टता केंद्र
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने 12 जुलाई को अहमदाबाद में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के नवनिर्मित Centre of Excellence for Research & Analysis of Narcotics and Psychotropic Substances का उद्घाटन किया।
श्री अमित शाह ने कहा कि देश के 7 राज्यों ने अपने यहाँ नेशनल फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गुजरात के कॉलेज और सेंटर फ़ॉर एक्सीलेंस खोलने की इच्छा जताई है।
श्री अमित शाह ने कहा कि ढेर सारे टेस्ट करने के लिए इस विश्वविद्यालय में एक स्वदेशी किट भी बनाई जाएगी जो देशभर की पुलिस को उपलब्ध कराई जाएगी। जहां भी मादक पदार्थ पकड़े जाएँगे वहीं इस किट से जाँच कर मामला आगे बढ़ाया जाएगा। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा-कि पिछले डेढ़ साल में सबसे अधिक मादक पदार्थ पकड़े गए हैं जो अब तक रिकॉर्ड है।
अन्तरराष्ट्रीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में जापान सरकार के सहयोग से 182 करोड़ की लागत में शिवलिंग के आकार में अन्तरराष्ट्रीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर निर्मित की गयी है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 जुलाई को इसका उद्घाटन करेंगे।
रुद्राक्ष सेंटर को जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी ने फंडिंग किया है।
इसकी डिजाइन जापान की कंपनी ओरिएण्टल कंसल्टेंट ग्लोबल ने की है और निर्माण का काम जापान की फुजिता कॉरपोरेशन नाम की कंपनी ने किया है।
अंतरराष्ट्रीय सेंटर में लगभग 1,200 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। हॉल को दो भागों में विभाजित करने की व्यवस्था की गई है। सेंटर पूर्णत: वातानुकूलित है। बड़े हॉल के अलावा 150 लोगों की क्षमता वाला एक मीटिंग हॉल है । एक वीआईपी कक्ष, चार ग्रीन रूम का निर्माण कराया गया है। दिव्यांगों की सुविधा का भी इसमें खास खयाल रखा गया है। सेंटर में छोटा जापानी बाग बनाया गया है।
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